
पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
नई सड़क हिंसा के बाद चन्द्रेश्वर हाता एक बार फिर चर्चा में आ गया। इस बार किसी हिंसक घटना को लेकर नहीं बल्कि यहां पर दो मित्रों के बीच में एक मकान के आधे हिस्से की खरीद फरोख्त को लेकर विवाद हो गया। एक दोस्त ने दूसरे पर मकान बेचने के नाम पर 11 लाख हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने पुलिस में मामले की शिकायत की मगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
जिसके बाद पीड़ित कोर्ट की शरण में पहुंचा। अपर सिविल जज जूनियर डिविजन कोर्ट के आदेश पर बेकनगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस के मुताबिक दस्तावेज और ट्रांजेक्शन के आधार पर जांच कर आगे कार्रवाई की जाएगी।
तुलसी नगर काकादेव निवासी शिवम गुप्ता के मुताबिक चन्द्रेश्वर हाता परेड अनिल पुरी का 244 गज का मकान है। अनिल पुरी शिवम के दोस्त थे और वर्तमान में निराला नगर के रतनदीप अपार्टमेंट में रहते हैं। शिवम के मुताबिक वो भी पहले चन्द्रेश्वर हाता में रहते थे। वहां पर एक 244 गज का मकान है। जिसके आधे हिस्से यानी 122 गज मकान में अनिल पुरी का हक था। शिवम के मुताबिक उन्होंने अनिल से 122 गज का सौदा 4 अप्रैल 2024 को 50 लाख रुपए में सौदा तय किया था।
4 अप्रैल 2024 को विक्रय अनुबन्धपत्र निष्पादित किया था। जिसमें अलग अलग तिथियों में शिवम ने चेक और आरटीजीएस के जरिए 11 लाख रुपए दे दिए थे। साथ ही यह तय हुआ कि तीन साल के अंदर रजिस्ट्री के दौरान बाकी 39 लाख रुपए दिए जाएंगे।
शिवम के मुताबिक वो रजिस्ट्री कराने को तैयार थे मगर अनिल पुरी हीला हवाली करने लगे। जब उन्होंने एक लाख रुपए की स्टाम्प देकर अनुबंध कराने का प्रयास किया तो अनिल का उसका विक्रय अनुबंध परेड निवासी मुकेश गुप्ता के साथ विक्रय अनुबंध कर लिया। शिवम के मुताबिक 9 दिसम्बर 2024 को आरोपियों ने उनसे मारपीट की। साथ ही धमकी दी कि न भवन बेचेंगे और न रुपए वापस करेंगे।
इंस्पेक्टर बेकनगंज के मुताबिक मामले में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। जल्द मामले में कार्रवाई की जाएगी।