सलमान खान के जीजा आयुष शर्मा ने फिल्म ‘लवयात्री’ से बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा. उसके बाद सलमान के साथ ‘अंतिम: द फाइनल ट्रुथ’ में काम किया. दोनों ही फिल्में फ्लॉप साबित हुई. दोनों ही फिल्में के प्रोडक्शन हाउस सलमान खान फिल्म्स के बैनर तले बनी थी. अब आयुष की ‘रुसलान’ आ रही है, जिसमें वह लीड रोल निभा रहे हैं. यह खान फैमिली के प्रोडक्शन हाउस से बाहर उनका पहला प्रोजेक्ट है. न्यूज 18 शोशा के साथ एक एक्सक्लूसिव बातचीत में, आयुष ने कबूल किया कि फैमिली प्रोडक्शन में काम करने से उन्हें बहुत कुछ मिला है, लेकिन इससे उनकी गलत इमेज भी सामने आई है.
आयुष शर्मा ने कहा, “लोग सोचते हैं कि मेरे पास खुद का दिमाग नहीं है और मेरे लिए सब कुछ खान फैमिली ही तय करती है. लेकिन यह बिल्कुल भी सच नहीं है. वे मुझसे प्यार करते हैं. फैमिली में हर कोई मेरे लिए बहुत अच्छा सोचता है, लेकिन इसका मतलब यह भी था कि मैं सिक्योर था और मैं सच में इंडस्ट्री को नहीं जानता था.
आयुष शर्मा ने आगे कहा, “सलमान खान फिल्म्स के बाहर एक अलग दुनिया और आइडिया है. ‘लवयात्री’ के तुरंत बाद मुझे इसका एहसास हुआ. उस फिल्म को लेकर मेरे बारे में एक खास धारणा बन चुकी थी. मेरा इरादा घर के प्रोडक्शन से बाहर निकलकर हिट और फ्लॉप फिल्मों में अपना उचित हिस्सा लेने और एक एक्टर के रूप में अपना खुद का ग्राफ बनाने का था.”
मेकर्स होते हैं कन्फ्यूजः आयुष शर्मा
आयुष शर्मा ने खुलासा किया कि फिल्ममेकर्स अक्सर उन्हें अपनी फिल्मों में लेने को लेकर कनफ्यूज रहते हैं. उन्हें लगता है उनकी फैमिली काम करने के प्रोसेस में हस्तक्षेप करेगी. लोग सोचते हैं कि अगर उन्हें कोई फिल्म ऑफर होगी, तो फैमिली उनकी स्क्रिप्ट देखेगी और तय करेगी की वह उनके करियर के लिए ठीक है या नहीं. हालांकि, इसमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है.
आयुष शर्मा बोले- ‘फैमिली का पार्टिसिपेशन नहीं’
आयुष शर्मा ने कहा,“फिल्ममेकर्स की धारणा है कि मैं अपने फैमिली को एक फिल्म में इन्वोल्व कर लूंगा. वे स्क्रिप्ट देखने पर जोर देंगे और तय करेंगे कि फिल्म मेरे करियर के लिए अच्छी होगी या नहीं. लेकिन मैं वो आदमी हूं, जो अपने लिए फैसला लेता हूं और मैं खुद करता हूं. डायरेक्टर्स के पास जाता हूं ताकि वे मुझे अपनी फिल्मों काम दे सकें. इसमें कोई फैमिली पार्टिसिपेशन नहीं है.”