कानपुर में नए एयरपोर्ट का इनॉगरेशन:CM योगी और सिंधिया ने काटा रिबन; 2800 मीटर लंबा रन-वे, फाइटर और पैसेंजर प्लेन उतर सकेंगे

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कानपुर को 42 महीने के बाद शुक्रवार को नए एयरपोर्ट की सौगात मिल गई। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्‌डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसका उद्घाटन किया। कानपुर एयरपोर्ट का नया टर्मिनल पुराने के मुकाबले 16 गुना बड़ा बनाया गया है।

ये उन चुनिंदा एयरपोर्ट में से एक है, जहां फाइटर और यात्री विमान उतर सकेंगे। एयरपोर्ट को महल की तरह तैयार किया गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद इसकी पुरानी डिजाइन में चेंज कर महल जैसी डिजाइन फाइनल की थी। टर्मिनल के निरीक्षण के दौरान वो खुद सीएम योगी को ब्रीफ करते दिखे।

एयरफोर्स के रनवे पर उतरेगी फ्लाइट
ये यूपी का पहला ऐसा एयरपोर्ट है, जिसका 2800 मीटर लंबा रनवे एयरफोर्स और एयरपोर्ट को सरकार ने तैयार किया है। नए टर्मिनल को देखते हुए एयरफोर्स ने रनवे पर रात और कोहरे में उतरने के लिए इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम यानी कि ILS लगाया है। नया टर्मिनल भवन 6243 वर्गमीटर के क्षेत्र में और 150 करोड़ रुपए की लागत से तैयार किया गया है।
सिंधिया ने कहा- जमीन पर ट्रिपल इंजन की सरकार, आसमान में हवाई जहाज है
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, आज कानपुर के लोगों की आंखों में नई चमक दिख रही है। इसका पहला कारण तो ये है कि निकाय चुनाव में डबल इंजन की सरकार, ट्रिपल इंजन की सरकार में बदल चुकी है। दूसरा कारण, कानपुर एयरपोर्ट को आधुनिक बनाना है। एक तरफ जमीन पर ट्रिपल इंजन की सरकार है, दूसरी तरफ आसमान में हवाई जहाज है।

उन्होंने कहा कि जिस कानपुर में 2014 में हर हफ्ते केवल 4 विमान आते थे, अब 600% बढ़ोतरी के साथ 28 विमान आते हैं। आगरा में 34 विमान और गोरखपुर में 800% बढ़कर 106 विमान प्रति हफ्ते आते जाते हैं।

प्रयागराज में 2023 में हर हफ्ते 154 विमान का आवागमन होता है। 6 की जगह 9 एयरपोर्ट बन चुके हैं। जेवर में ऐसा एयरपोर्ट बन रहा है, जो 6 करोड़ जनता के लिए उपयोगी होगा। कानपुर को पंतनगर, श्रावस्ती, अलीगढ़, मुरादाबाद से जोड़ा जाएगा। अगले 3 सालों में यूपी में 11 और हवाई अड्डे शुरू होंगे। यूपी में कुल 22 एयरपोर्ट संचालित होंगे।
योगी ने कहा- जहां कनेक्टिविटी बेहतर हुई, वहां उद्यम आए
सीएम योगी ने कहा, देश के सबसे बड़े औद्योगिक नगरी की पहचान कानपुर की थी। अब इस टर्मिनल के जरिए कानपुर के औद्योगिक पहचान की नई शुरुआत हो रही है। यूपी में जिन-जिन शहरों में एयर कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। वहां नए उद्यम आए हैं। डबल इंजन की सरकार, डबल स्पीड से काम कर रही है। परिणाम है कि लखनऊ कानपुर के ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनकर जल्द तैयार होगा।

योगी ने कहा, आज लगता है कि सब निकाय चुनाव की थकान मिटा रहे हैं। नए सिविल ऐनक्लेव के बधाई देता हूं। 9 वर्ष के अंदर बदलते हुए भारत को हम सभी ने देखा है। 2017 के पहले 2 एयरपोर्ट ही क्रियाशील थे। आज 9 चल रहे और 12 एयरपोर्ट बन रहे है। आने वाले समय में हर कमिश्नरी एरिया में एयरपोर्ट होगा।

‘कानपुर को वाटर-वे कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा’
सीएम योगी ने कहा कि इन्वेस्टर समिट में 35 लाख करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। इससे 1 करोड़ युवाओं को नई नौकरी मिलेगी। वाटर-वे अथॉरिटी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। कानपुर को वाटर-वे की सुविधा के साथ शुरू करने पर विचार किया जा रहा है
एयरपोर्ट अथॉरिटी चेयरमैन ने कहा-यहां की क्षमता और बढ़ाएंगे
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया चेयरमैन संजीव कुमार ने कहा कि नया एयरपोर्ट 16 गुना बड़ा बनाया गया। 3 एयरबस एक घंटे में यहां से आ-जा सकते हैं। 100 किलोवाट का सोलर पैनल लगाया गया है। 67 तरीके से एनवायरमेंट के फीचर दिए गए हैं। भविष्य में इनकी क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। नया एयरपोर्ट अयोध्या में निर्माणाधीन है। सहारनपुर में भी एयरपोर्ट जल्द तैयार होगा। यूपी में 9 एयरपोर्ट निर्माणाधीन हैं। प्रयागराज में टर्मिनल विस्तार के लिए टेंडर किए गए हैं। गोरखपुर में भी जल्द एयरपोर्ट बनाया जायेगा।
सतीश महाना ने कहा-अब कानपुर से बुक होंगी फ्लाइट
यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि हवाई कनेक्टिविटी का अभाव था। इससे कानपुर के उद्योगों को सीधा लाभ मिलेगा। अब लोग सीधे कानपुर से फ्लाइट बुक कर सकेंगे। मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा कि इस एयरपोर्ट को इस तरह तैयार किया गया है कि भविष्य में इसे और बढ़ाया जा सकेगा।
अब आपको एयरपोर्ट पर मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताते हैं…

10 घरेलू उड़ानें शुरू होंगी
एयरपोर्ट के उद्घाटन से पहले स्पाइसजेट ने दिल्ली की फ्लाइट बंद कर दी। मुंबई और बेंगलुरु की फ्लाइट के साथ ही एयरपोर्ट का इनॉगरेशन और इसकी ऑपरेशनल शुरुआत की जाएगी। दावा है कि अक्टूबर में कानपुर से देश के दूसरे शहरों के लिए फ्लाइटें शुरू करने के लिए इंडिगो, एयर एशिया और स्पाइस जेट नई फ्लाइटें शुरू करने के पहले यात्री लोड का आकलन शुरू कर दिया है।

पहले चरण में 10 घरेलू उड़ानें शुरू करने की तैयारी है। जबकि कनेक्टिंग इंटरनेशनल फ्लाइटें अक्टूबर से शुरू हो सकती हैं। अफसरों ने बताया कि नए टर्मिनल के चालू होने के बाद कानपुर से कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई की फ्लाइटें शुरू करने की योजना है। सबसे पहले हैदराबाद, कोलकाता, पुणे, नई दिल्ली की फ्लाइट शुरू होगी। ये उड़ानें यहां से शुरू होने के बाद बंद हुई हैं। इसके बाद सूरत, जयपुर, भोपाल, इंदौर, नई दिल्ली, अमृतसर की हवाई सेवा शुरू होगी।
दिल्ली की फ्लाइट शुरू करने के लिए आईं 3 कंपनियां
कानपुर से दिल्ली के बीच रिवर्स फ्लाइट चलाने पर तीन विमान कंपनियों ने अपनी राय दी है। एटीसी से समय का शेड्यूल भी दिया है। विमान कंपनियों ने दिए शेड्यूल में बताया गया है कि सुबह 8.30 बजे फ्लाइट दिल्ली से कानपुर को उड़े और 9.50 बजे कानपुर से दिल्ली को जाए। शाम 4 बजे दिल्ली से उड़े व साढ़े 5 बजे कानपुर से दिल्ली को उड़ान भरे। मौजूदा समय में कानपुर से दिल्ली की एक भी फ्लाइट नहीं है।

ऐतिहासिक धरोहरों की दिखेगी झलक
कानपुर एयरपोर्ट को बनाने में ऐतिहासिक धरोहरों का ख्याल रखा गया है। बिठूर में स्थित सीता रसोई, आंनदेश्वर मंदिर, पनकी धाम, जेके मंदिर जैसी एतिहासिक धरोहरों की झलक एयरपोर्ट पर लोग देख सकेंगे। वहीं एक आर्ट गैलरी भी एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से तैयार की गई है।
नए एयरपोर्ट टर्मिनल में ये सुविधाएं

एक साथ तीन ए-321/बी-737 प्लेन हो सकेंगे पार्क। 6243 वर्गमीटर में बनकर तैयार हुआ एयरपोर्ट।
400 यात्रियों की क्षमता। 150 कारों और 2 बस की पार्किंग। 1 VIP लाउंज भी बनाया गया है।
1 चाइल्ड केयर रूम। यात्रियों की शॉपिंग के लिए 14 दुकानें बनाई गई है। 850 वर्गमीटर में फैले एरिया में लोग फूडिंग कर सकेंगे।
1 कॉन्फ्रेंस रूम। 4 टिकट काउंटर। 8 काउंटर से यात्री कर सकेंगे चेक-इन। 1 काउंटर दिव्यांग यात्रियों के लिए।
चलिए, अब आपको कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट के अनूठे इतिहास के बारे में बताते हैं…
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान देश के पूर्वी हिस्से में एयर कैपेसिटी बढ़ाने के लिए साल 1944 में कानपुर के चकेरी में हैंगर का निर्माण कराया गया। यहां लिबरेटर, लैंकेस्टर, हरिकेन, टेम्पेस्ट और डकोटा जैसे बमवर्षक और लड़ाकू विमान पार्क होते थे।अगस्त- 1945 में जापान द्वारा मित्र देशों की सेना के सामने आत्मसमर्पण करने और शत्रुता समाप्त होने के बाद इस नंबर-322 रखरखाव इकाइयों को भंग कर दिया गया।

इसके बाद रॉयल एयर फोर्स स्टेशन, कानपुर औपचारिक रुप से अस्तित्व में आ गया। 15 अगस्त 1947 को, भारत की आजादी के ऐतिहासिक दिन, विंग कमांडर रंजन दत्ता डीएफसी ने रॉयल एयरफोर्स से वायुसेना स्टेशन, कानपुर की कमान संभाली।
जब प्रधानमंत्री मोदी को जाना पड़ा था बाई रोड
28 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर दौरे पर थे। वापसी के दौरान बारिश और कमजोर विजिबिल्टी के चलते पीएम का विमान और हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सका था। पीएम को लखनऊ बाई रोड जाना पड़ा था। वहां से पीएम ने दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी। इसके बाद से फैसला लिया गया कि एयरफोर्स के रनवे पर जल्द ही इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) को इंस्टॉल किया जाएगा। बता दें कि इस एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति, गृहमंत्री, सोनिया गांधी, सचिन तेंदुलकर समेत देश की कई बड़ी हस्तियां उतर चुकी हैं।

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